सास्त्र को जौ अध्याय बौ पढ़त रहै, बौ जौ कहत रहै: “बौ एक भेंड़ के हानी रहै जोकै मारन के ताहीं लैजाओ जाथै, एक भेंड़ के मेम्ना के हानी जो कोई अबाज ना करथै जब बाको ऊन काट दौ जाथै। बौ एक सब्द ना कही।
जब बाको अपमान करो गौ, तौ बौ अपमान के संग बापस जबाब नाय दई; जब बौ दुखी भौ, तौ बौ धमकी नाय दई, लेकिन बाके आसन कै सई ढंग से फैसला करन बारे परमेस्वर मैं रखी।