26 जैसे सरीर आत्मा बिना मरो भौ है, बैसिये बिस्वास भी काम बिना मरो भौ है।
26 जैसे शरीर साँस बिना मरो होतहए, उइसीयए बिश्वास फिर भले काम बिना मरो होतहए।
ईसु ऊँची अबाज मैं पुकारी, “दऊवा! मैं अपनी आत्मा तेरे हातन मैं सौंपथौं।” बौ ऐसे कही और मरकुस गौ।
और जब हम ईसु मसीह के संग होथैं, तौ ना खतना होथै और ना जाकी कमी से कोई फरक पड़थै; बिस्वास जो कोई मायने रखथै बौ प्यार के जरिया काम करथै।
मेरे भईय्यौ, तुम मैं से एक के ताहीं जौ कहन को का फायदा है कि अगर तुमरे काम से जौ साबित ना होथै तौ तुमरो बिस्वास है? का बौ बिस्वास तुमकै बचाए सकथै?
बैसिये बिस्वास भी: अगर काम के संग नाय होबै तौ अपने मैं मरो भौ है।
लेकिन निकम्मे आदमी का तू जौ भी नाय जानथै! कि काम बिना बिस्वास खाली बेकार है?