और परमेस्वर से पूरे मन, और पूरी बुद्धि, और पूरी ज्यान से, और पूरी ताकत से प्यार रखनो; और पड़ोसी से अपने हानी प्यार रखनो, सारे पसु बलियन और सबै बलिदान से बढ़कै है।”
काहैकि नियम को विधान तौ आनबारी अच्छी बातन की छाया मात्र देथै, लेकिन उनको असली स्वरूप नाय है, जहेमारे बे एकै जैसे बलिदानन के जरिया, जो हर साल चढ़ाय जाथैं, झोने आनबारेन कै कभी सिद्ध नाय कर सकथै।