उनना जो सिघासन पर बसयो से, कव्हसे, “चोवो! अता मि नई दुनिया ला बनावन वालो सेव!” तब ओना मोला नाव आन के सांगीस, “लिख देव, काहेका जो काही कव्हयो जावअ सेत, वा खरो अना भरोसा लायक से।”
ऐना चारो जीवधारी मा लक हरेक को सह-सह पंख होतीन। उनको चारो कना, अना भीतर डोराच डोरा होतीन। दिवस अना राती बिना रुकयो यो गावत होतिन। “पवीतर पिरभु परमेस्वर सब लक ताकत वर से, जो होतो, अना जो से अना जोन आवनवालो से।”
मंग मिना चोवयो, जोन सिघासन मा बसो होतो, ओको उजो हात मा एक पावती मजे एक असो किताब जिनला लिख के लपट देत होतिन। जोन मा भीतर बहेर लिखी हुयी होती। अना सात सिक्का लगायके बंद करी गयी होती।