देस-देस को खोटो मानूस गिनला मारन को लाय वोको टोन्ड लक एक तेज धार वालो तरवार हिटा सेत। अना लोहा को छड़ी लियो हुयो उ उनको पर राज करहेत। अना उ सबलक बलवान परमेस्वर को लगत तेज गुस्सा अना हिजड़नो को घानी मा अंगूर को रस निचोहेत।
एकोलाय तु हेत कर की तु कहान लक पड़ीसेस। अना पाप लक मन ला हटाव, अना पयलो को जसो काम नही करसेस तो मि तोरो जवर आवसेऊ। अना मन नही फिरावजोस त तोरो दियोदानी ला तोरो हात लक छुड़ाय लेहुँ।