वय बादल ला बाँधन को ताकत राखत होतीन। जोन लक वय भविस्यवानी कर रव्हयो सेत। तबा तकन कोनी बरसात नही होहेत। उनको झरना को पानी पर हक होतो। जोनलक वय पानी ला रकत मा बदल सकत होतिन। अना उनला धरती मा जबा-जबा चाहेत, तबा-तबा हर परकार को मरही धाड़न को अधिकार सेत।
अना ओना मोठो आवाज लक साँगीस, “परमेस्वर लक भेव करो, अना वोको च महिमा करो। काहेका वोको नियाव को बेरा भयी गयो सेत। ओको च पूजा करो जोनना, सरग धरती सागर अना पानी को झरना बनायो सेत।”