3 उनमा आमी भी पयले आपरो देह की मोह मा दिवस बितात होता, देह अना मन को मरजी ला पूरो करत होता, अना अखीन संसार को दुसरो लोकगीन को जसो बरताव लक परमेस्वर को गुस्सा की लेकरा होता।
मंग जो गैरयहुदी सेत अना उनको कठा मोसे को नियम नाहती, वय आपरो सुभाव लक, मोसे को नियम को बात ला मानसे। ता वय मोसे को नियम नही होवन को मंघा, भी आपरो हिरदय मा मोसे को नियम ठेवा सेत।
आमी परमेस्वर को बैरी होतिन, पर जबा परमेस्वर को संग आमरो मेल, वोको टूरा को मरन लक भई गयो। तब परमेस्वर को सगं मेल हो जान को कारन लक, वोको टूरा को जीवन लक पक्को आमरो सूटकारा हो जाहेति।
पर योमा काजक सेत? यदि परमेस्वर ना आपरो गुस्सा दिसावन साठी अना आपरो ताकत परगट करन को लाय उन लोकगिन को जोन गुस्सा को लाय होतिन, अना जोनको नास होवन वालो होतो। गजब धिरज लक उन भान्डा ला सहन कियो।
एकोलाय ओ मोरो चहेतो भाऊ अना बहिन हुन, यो सब वायदा आमरो च लाय कियो गयो सेत। तो आव आमी आपरो आप ला उन सब लक जोन आमीला असुध्द करासेत वोको लक सुध्द करबिन, या जोन अमरो देह ला आतमा ला असुध्द बनावसेत। काहेका अमीला परमेस्वर को भेव मा जीवन काजी पूरो पवीतर होवनो पाईजे।
जोन मा तुमी पयले ऐना संसार की बुरी रिती पर चलत हुयो अना ओनो आतमा को पिछा करत हुयो जीवत होता जो ऐना धरती को वरता की आत्मिक सक्तिहुन को मालिक सेत। वा आतमा अब उन मानुसहुन मा काम कर रही सेजोन परमेस्वर की हुकूम नही मानासेत।
यहान तक तुमरो जुनो जिंदगी को तरीका को सम्बन्ध से तुमला सिक्सा दियो गयो होती का तुमी आपरो जुनो मानुसपन ला उतार फेकने जोन ओको भटकावन वारो मरजी हुन को लाई खराब बनयो हुयोसे।
पर जोन धनी होवनो चाव्हसे उ असी परिक्सा अना जाल अना लगत सी बेकार की गोस्टी अना हानी कारक लालसा मा मी फसतो गयो जोन मानूस गीन ला बिगाड देवासे अना बिनास को समुद्रर मा डूबाय देवासे।
काहेका आमी पुढ़ा बेअक्ल का रहत होता अना हुकूम ला नही मानत होता अना संका मा पड़या रव्हत होता। अना काई परकार को लोभ अना सुख सुविदा को चाकरी करत होता अना बइर, अना जरनाहि मा जिंदगी बितावत होता। अना आमी लक लोक घिरना करत होतीन अना आमी भी एकमेक लक घिरना करत होतो।
उनको डोरा छिनालापन लक भरयो सेत। अना उनला कधीच नही मिटनवारा पाप करन लाय को भूक आहेत। वय कमजोर आतमा ला मोहित करतत। उनको मन ला लोभ को सिक्सा मिल्यो सेत। वय सराप को सन्तान सेत।
मि तुमला एक अखिन दुसरी नवी हुकूम लिख रही सेऊ। ऐना बिसय को सत्य मसीह को जिंदगी मा अना तुमरो जिंदगी हुन मा उजागर भयी से काहेकि अंधारो खतम होय रही से अना खरो उजियाड़ो ता चमक च रहयो से।