काहे का ऐना लोकगीन ला “अक्ल मा गोटा” पड गयी सेत ज्यादा आयक सेत, इनना डोरा बंद कर लईसेत कदी असो न होहे, का वय डोरा लक चोवके, अना कान लक आयक के; मन मा समज लेहेति, अना बदल जाय अना, मि उनला साजरो करू।
अना वय कहानी गीन अना कबच न खतम होवन वारो खानदान पर मन नोको लगावना जेनको लक झगड़ा राड होवासे अना परमेस्वर को वोनो इन्तेजाम को जसो नही जोन बिस्वास पर बनायो हुयो से वसोच मी कव्हसू।
जबा आम्ही तुम्हिला पिरभु यीसु मसीह को सामरथ को बारेमा, अना वोको आवनो को बारेमा सांगिसेजन। त वोला आम्ही हुसारी लक कल्पित काल्पनिक गोस्टी करन्यात कोसीस नाही करयो। पर वोना बेरा वोकी महानता स्वता आमरो डोरा मा चोविसेत।