14 सिकन्दर कसार मोरो लक लगत बुराई करीसेस पिरभू वोला वोको काम गीन को जसो बदल देहे।
ओ मोरो चहेतो लोकगीन आपरो पलटा नोको लेव पर परमेस्वर को गुस्सा ला मौका देव, कहेका लिख्यो से पलटा लेवनो मोरो काम सेत, पिरभू कव्हसेत मि च बदला लेहू।
काहेका नियाव को दिवस मा अमिना जोन काम करयो सेत वोको अनुसार अमिला ईनाम भटेत। मजे “जसो करनी तसोच भरनी”
जोन तुमीला दुख देवासेत, उनला ओको बदला मा दुख दियो जाहे। काहेका परमेस्वर को कठा असो न्याय से।
उनको मा लक हुमिनयुस अना सिकन्दर राजा से जेनला मीना सैतान ला सोप दिया सेजन का उ परमेस्वर की निन्दा-बदी करन को नही सीके।
तु भी वोको लक होसियार रहवो काहेकी वोना हमारो गोस्टी को लगत बिरोध करीसेस।
अदि, कोनी आपरो भाऊ ला असो पाप करतो दिसो जेनको फर मिरतु नही होहे, ता बिनती करेत, अना परमेस्वर ओला उनको लाई, जिनना असो पाप करीसेस जेनको फर मिरतु नही होहे। जिंदगी देहे। असो भी पाप से जेनको फर मिरतु से; ऐको बारे मा मि बिनती करन को लाई नही कव्हसू।
ओ सरग अना पवीतर लोकगीन, पेरीत गीन, अना भविस्यवक्ता गीन, ओको पर खुसी मनाव, काहेकि परमेस्वर ना तुमरो पक्स मा अना ओको विरोध मा न्याय करीसेस।
वोको लक जसो ला तसाच को बरताव करो। वोको बुरो काम को बदला न मा देहला देव। अना जोन बटका तुमरो लाय तैय्यार करीसेस, तुमी ओको लाय दुई गुना तेज तैयार करो।
उनको आतमा जोरलक हाकल के कव्हन लगीन, “ओ परमेस्वर! पवितर सच्चो, का तू संसार को न्याय नही करजोस?” अना आमरो रकत को बदला नही लेवजोस?