अगो भाऊ अना बहिनगिन! तुमी लोकगीन लक मोरो एक पिराथना सेत, तुमी स्तिफनास को घर परिवार ला जाना सेव। वय अखया युनान को पयलो फर सेत। अना पवीतर सन्तगिन को सेवा मा लगयो रव्हा सेत।
पर तुमी त जानासेव का फिलिप्पी मा दुख उचलनो अना बुरो बरताव सह्वनो को मंघा भी हमी अपरो परमेस्वर मा असी हिम्मत पायके, घोर बिरोध को होतो हुयो भी तुमला परमेस्वर की साजरो बारता आयकावाया।
परमेस्वर बैईमान नाहती। उ तुमारो काम अना तुमरो पिरेम ला, नही बिसरा सकत। जो तुमी ना वोको नाव को महिमा को लाय करयो सेव। अना पवीतर सन्तगिन को सेवा करासो, अना अबा भी करासो।