5 एना कारन जबा मोरो लक अखीन न सहयो गयो त मीना तुमरो भरोसा की घटना जानन लाई धाड़ियो, काही असो नही होवा का परखन वालो न तुमरी परिक्सा करी रहेस अना हमारो महेनत बेकार भय जाहेत।
एक दुसरो ला यो हक लक दुहुर नोको राखो, पर काही दिवस काजी, दुई को मनको लक, बेगरो भई जावोत, जेनको लक पिराथना काजी बेरा मिल जाहेती, मंग एक संग रव्हो, सैतान ला मौका नोको देव, का उ तुमरो परिक्सा करे।
एकोलाई हमी असो लेकराच न बनबिन जो हर कोनी असी नयी सिक्सा को हवा लक उछल जावबिन, जो आमरो रस्ता मा बव्हसे, लोकगीन को छल परन बेवहार लक, असी कपटता लक, जो ठगावन लक भरी योजना ला पेरीत करासे, इता-उता भटकाय दियो जावसे।
पर अबा जबकि तीमुथियुस तुमरो भरोसा अना पिरेम की साजरो बारता आन के हमरो जवर लवट के आयो अना वोना यो भी सांगीसेस का तुमी ना हमला पिरेम लक हेत राखियासेव अना जसो हमी तुमला वसोच तुमी भी हमला देखन लाई लगत बेरा तकन तरसासेव।