अगो भाऊगीन, तुमरो बारे मा आमला सबच बेरा परमेस्वर को धनवाद करनो चाव्हसे, यो जरुरी से, एको साठी की तुमरो भरोसा लगत बढ़ जावसे, अना तुमी सबच को माया आपसी मा लगत बढ़ जावसे।
पर अगा मोरा भाऊ गीन सबरी गोस्टी लक मोठा सेव का किरया नही खाना नही सरग की न धरती की न कोनी अना चीज पर तुमरी गोस्टी होय को होय अना नही को नही तुमी दंड को योग न ठहयारावो।
अबा चोवो जबा तुमी ना सच्चाई ला मानत-मानत, सच्चौ भाऊचारा लक निस्कपट माया ला चोवान काजी आपरो आतमा ला पवितर कर लियो सेत। ता पवितर मन लक तेजी लक एक दुजो लक माया करन को आपरो निसान बनालेव।