2 अने एक कुड़ावो माणेह ईसुन्तां आयो अने तीहयो तीना पोगे पड़ीन वांद्यो अने वीन्ती कर्यो, “ए मालीक। कदीम तारी मरजी हय ता मने चोखो कर दे।”
मांदला ने आरगा करो, मरला ने जीवाड़ो, कुड़ावा ने आरगा करीन चोखा करो, भुत ने नीकाळ्ळो। तमने फोकट मे संयबरकत जड़ली से, एतरे आप देवो।
अने ईसु तां भरहो नी कर्या करीन जादा काम नी कर्यो।
आहयु देखीन ढुंड्या मे वाळा माणहु ईसु नी भक्ती करीन केदा, तु ह़ाचलीन भगवान नो बेटो से।
पण तीहयी बयर आवीन ईसु ना पोगे पड़ीन तीने केदी, “ए मालीक! मारी मदत कर।”
आहयु देखीन तीहयो पावर्यो पड़ीन तीने वांद्यो, अने केदो, “ए मालीक, दम धर, मे आखु कंय छुट देही।
घोर मे मोय ज्या अने तीहयु, सोरु ने तीनी आय्ह मरीयम ह़ाते देख्या अने तीना पोगे पड़ीन वांद्या, अने तीहया आह़फा-आह़फा नी पेटारी मे गेथा नीकाळीन ईसु ने ह़ोनु, लोबान अने गंदायण्यु ईत्तर भेट कर्या।
जत्यार जब्दी ना सोराम नी आय्ह आह़फा ना सोराम नी ह़ाते ईसुन्तां आवीन वांदी अने तीनी पांह कंय मांगवा बाज जी।
जत्यार ईसु बेतन्या मे सीमोन कुड़ावा ना घोर मे हतो,
जत्यार तीहया ईसु ने देख्या ता तीनी भक्ती कर्या। पण कोय-कोय ना मन मे सण्का हयी।
तत्यार ईसु तीमने भेट्यो। अने केदो, “सुखी रेवो” तीहया ह़ाते आवीन अने तीना पोग धरीन तीने वांद्या।
अने ईसु ने केदो, कदीम तु मने पोगे पड़ीन वांदे, अने मारी पुजा करे, ता मे तने आहयु आखु आप देही!
जत्यार ईसु तीहया बड़ा पोर गेथो हेटो उतर्यो। ता एक घणो मोटो माणहु नो मेळो तीनी पसळ चाल पड़्यो।
चेला ह़ाते आवीन ईसु ने जगाड़्या अने केदा, मालीक आमने बचाड़! आमु मरवा बाज र्या।
ईसु तीमने आहयी वात केवात बाज रेलो हतो, के मुख्यो माणेह आयो अने तीहयो ढुंगो वळीन ईसु सी वीन्ती कर्यो, मारी सोरी हमणे मर जेली से। पण आवीन तीनी पोर हात मेक, अने तीहयी जीवती हय जहे।