2 तीहयो दाड़क्या ह़ाते एक दाड़ा नी दाड़की एक चांदी नो सीक्को ठेरायो अने तीमने अंगुर नी वाड़ी मे मोकल्यो।
पण जत्यार तीहयो पावर्यो बारो नीकळ्यो, ता तीना ह़ाती पावर्या मेनो एक तीने भेट्यो, जे तीनी पांह ह़ोव दीनार करजो लेदलो हतो; तीहयो तीने धर लेदो अने गळु चमदीन केदो, “जे कंय तु मारी पांह गेथो करजो लेदलो से तीहयो आप दे।”
ह़रग नु राज तीहया घोर ना मालीक ह़रकु से, जे आह़फा नी अंगुर नी वाड़ी मे दाड़क्या लगाड़वा करीन ह़वारे नीकळ्यो।
तीहयो तीमनी मेना एक ने आहयु केदो, “भाय! मे तमारी ह़ाते गलत नीयाव नी करतो, तमु मारी ह़ाते एक दाड़ो दीनार नी बोली नी कर्या ह़ु?
दाड़ा नी नवेक बजे बारो नीकळ्यो, अने तीहयो हाट मे ढेरेत माणहु ने रीकामा उबा हय रेला देखीन,
जत्यार तीहया दाड़क्या आया, जे एक घंटो दाड़ु बुडवा मे री रेलुन लगाड़ला, ता तीमने एक-एक दीनार आप्यो।
फाळा नो सीक्को मने देखाड़ो।” ता तीहया तीनीन्तां एक सीक्को लाया।
तत्यार ईसु आह़फा चेला ने केदो, “मेर ते घणी से, पण मेर वाडवा वाळा दाड़क्या थोड़ाक से।