12 काहाके भगवान तीहया जानकारु ने ह़पना मे चेताय देदलो के तमु हेरोद राजान तां नी जजो। एतरे तीहया बीजी वाट्ये पड़ीन आह़फाम ना देस जत र्या।
युसुफ आसम वीच्यार करीन ह़ुय ज्यो, तत्यारुत तीने ह़पना मे भगवान नो ह़रगदुत देखाव पड़ीन केदो, “ए युसुफ दावुद नी अवल्यात, मरीयम ने तारी लाडी बणावीन लाव्वा सी ना बीहे। काहाके तीहयी चोखली आत्मा नी लारे भारेपोगे हयली से।
तीहया जानकारु ने जवादीन मालीक नो दुत युसुफ ने ह़पना मे देखाव पड़्यो अने हुकम आपीन केदो, “उठ! सोरु अने तीनी आय्ह ने लीन मीसर देस नाह जा। जत्यार लग मे पासो चाल नी केम तत्यार लग तांत रेजे। काहाके हेरोद राजा मराय नाखवा करीन सोरु ने ह़ोदाड़वा वाळो से।”
हेरोद ने मरवान बाद, मीसर देस मे युसुफ ने ह़पना मे मालीक नो दुत देखाव पड़ीन केदो,
तत्यार अरखीलाउस आह़फा ना बाह हेरोद ना जागे यहुद्या पोर राज करवा बाज र्यो, ईसम ह़मळीन तां जवा सी बीहतो हतो। अळतेण ह़पना मे भगवान सी खबर जड़ी अने गलील देस मे जत र्यो,
पीलातुस जत्यार नीयाव नी गादी पोर बह र्यो हतो ता तीनी घोरवाळी तीने आहयी खबर की मोकली, “हीय्या धरमी माणेह ने कंय बी डंड नी आप्जे, काहाके हीनात कारण सी मने आज राते ह़पना मे घणी वेला झेलवा पड़ली से।”