2 एक घणो मोटो माणहु नो मेळो ईसु पसळ चाल पड़्यो, अने ईसु माणहु ने आरगा कर्यो।
ईसु आहयु जाण ज्यो अने तां गेथो चाल पड़्यो। अने घण ढेरका माणहु ईसु पसळ चाल पड़्या। तीहयो आखा ने आरगो करतो हतो।
फरीसी दलवाळा ईसुन्तां आया, अने तीनी पारख करता जाय्न, आहयी वात पुछ्या, “काना बी कारण सी आह़फा नी लाडी ने सोड़वा ताले से ह़ु?”