2 पण ईसु केदो, “ह़ांती टेमे तमु केवो, सीजन वारु रेहे, काहाके ह़रग रातु से।
अने ह़वारे तमु केवो, ‘आज आंजी आवह़े काहाके ह़रग मे रात्लु वादळु सवायलु से, कदीम तमु ह़रग नी सेलाणी देखीन आहयु जाण लेवो के ह़ु हयवा वाळु से, ता तमु आहया दाड़ा मे हय रेली सेलाणी काहा नी ओळखो?