1 फरीसी पंथवाळा अने सदुकी पंथवाळा ईसुन्तां आया, अने तीने पारखवा करीन तीहया ह़रग मे गेथी कानी सेलाणी देखाड़।
एतरे फरीसी पंथवाळा बारथा नीकळीन ईसु ना वीरोद मे आहयो वीच्यार कर्या आमु आने कीसम करीन मारया?
यरुसलेम ना थोड़ाक फरीसी पंथवाळा अने कायदा ह़ीकाड़न्या ईसुन्तां आवीन केदा,
पण ईसु तीमने हुकम आपीन केदो, चेतीन रेवो! अने फरीसी माणहु अने सदुकी माणहु ना खमीर सी बचीन रेवो।
फरीसी दलवाळा ईसुन्तां आया, अने तीनी पारख करता जाय्न, आहयी वात पुछ्या, “काना बी कारण सी आह़फा नी लाडी ने सोड़वा ताले से ह़ु?”
तीहयी टेमे फरीसी पंथवाळा जाय्न भेळा हय्न वीच्यार काड्या के कीसम ईसु ने हीनी वात मे फसाड़या।
ईसु तीमनी वात जाणीन केदो, “ए ढोंगड़ा करन्या, मने काहा पारखो?
तीहया दाड़े सदुकी पंथवाळा जे केता हता के मरला नु पासु जीवणु हयेत नी, तीनी ह़ाते आया अने तीने पुछ्या,
चोखली सास्तर ह़ीकाड़न्या, अने फरीसी पंथवाळा मुसा नी गादी पोर हक लीन बह र्या,
अराम ना दाड़ा नी तीयारी ना बीजा दाड़े डायला पुंजारा अने फरीसी पंथवाळा भेळा हय्न पीलातुस नी तां ज्या।
मे तमने केम, कदीम तमु चोखली सास्तर ह़ीकाड़न्या गेथा अने फरीसी माणहु गेथा वदीन धरमपणा मे नी चालो ता तमु ह़रग राज मे नी भराय सके।
अने आहयु देखीन फरीसी पंथवाळा ईसु ना चेला ने केदा, तमारो मास्तर फाळो लेण्या अने बीजा पापी भेळतो खाणु काहा खाय?