12 काहाके जीनी पांह थोड़ीक आप्ली अक्कल से, तीनेत अळी आपहे अने तीना पांह ढेरेत अक्कल हय जहे। पण जीनी पांह कंय बी नी हय, तीनी पांह गेथी तीहयी अक्कल बी मांग लेहे।”
एतरे मे तमने केम, भगवान, ह़रग नु राज तमारा हात मे गेथु हापकी लेहे अने राज्य ना माणहु ने आप देहे जे भगवान ना राज ना कायदा पाळीन जीवहे।
काहाके जीनी पांह कंय से, तीनेत अळी आपहे, अने तीनी पांह ढेरेत हय जहे; पण जीनी पांह कंय बी नी हय, तीनी पांह गेथु जे बी से तीहयु बी ली लेहे।