4 तीहया भगवान ना तम्बु मे जाय्न भेट चड़ावला रोट्ला खादा, अने नीस्ता भगवान ना पुंजारा ने सोड़ीन तीने अने तीना ह़ाती ने रोट्ला खावा ताले नी हतु।”
ईसु तीहया फरीसी माणहु ने केदो, “खरला सास्तर मे तमु नी भण्या ह़ु? के जत्यार दावुद राजा अने तीना ह़ाती ने भुक लागी ता तीहया ह़ु कर्या?
नीता, मुसा नी लारे लीखली सास्तर मे तमु नी भण्या ह़ु? के भगवान ना मंदीर ना पुंजारा अराम ना दाड़ा नो नेम तोड़ीन बी तीहया वण-गुनाळ्ळा ठेर्या।