4 ईसु तीने जपाप आप्यो, “जे कंय तमु ह़मळो अने देखो तीहयु आखु जाय्न युहन्ना ने की देजो,
“ह़ु आव्वा वाळो तुत से नीता आमु बीजा नी वाट जोवया?”
के आंदळा देखे, अने लंगड़ा चाले, कुड़ावा आरगा हये, बेरा ह़मळे मरला जीवता हये, गरीब ने खुस-खबर ह़मळायो।
अने मेळान-मेळा माणहु तीनीन्तां आव्वा बाज ज्या। तीहया लंगड़ा, लुल्ला, आंदळा, गुंगा, अने ढेरेत बीजी मंदवाड़ मे पड़ला माणहु ने ईसु ना पोगु अगळ ह़ाते लावीन मेक देदा, अने ईसु तीमने आरगा करतो र्यो।
मंदीर मे आंदळा अने लंगड़ा ईसुन्तां आया, अने तीहयो तीमने आरगा कर्यो।
ईसु हात अगो करीन ईसम केतो जीन तीने छीम्यो, मारी मरजी बी आहयी से के तु वारु हय्न चोखो हय जा। अने तत्यारुत तीहयो वारु हय्न चोखो हय ज्यो।