ईसु गलील जीला मे फीरतो जाय्न भगवान ना भक्ती ना घोरु मे ह़ीकापण आप्तो र्यो, अने भगवान ना राज नी खुस-खबर परच्यार करतो र्यो। अने माणहु नी आखी भाती नी मंदवाड़ अने लुलखाय सेटी करीन आरगो कर्यो।
ईसु आखा ह़ेर मे अने गाम मे फीरतो र्यो अने युहद्या ना भक्ती ना घोरु मे माणहु ने ह़ीकाड़तो र्यो, अने भगवान ना राज नी खुस-खबर नो परच्यार करतो र्यो, अने आखी भातीन मंदवाड़ ने अने लुलखाय ने सेटी करतो र्यो।