6 पुण खुसी माय बोक्ती केरने माय ने आखाम रेन मोटली कामाय हे।
6 पुण भोक्ती मुळे माणुह संपन्न एतो ताणुच माणुह आनंद एतो.
यीशु चेलाह केयो, “उशारी माय रिवो! एने आखी बातीन लालुच रेन वोचीन रिवो, काहाकाय कोलोक बी मालदेन काहा नाह रेत, ता माय खेरलो जीवणो नाय रेय।”
एने थोड़ाक सिपायड़ा बी योहानाह फुशा, “आमु काय किरज्यो?” योहान ताह केयो, “कुणीह तेकलीत मा दिहो, एने जुठो गुनो मा लागाड़हो, एने तुमरी मोंजरी मायच निरहा रिवो।”
एने आमु जाणतेह काय जा माणहे बोगवानाह मोंग केरतेह, तानकेरता आख्यु वातु मिलीन बोलायीह पायदा किरेह; मतलब तास ने केरता जा तान मोरजीन गेत हादाड़ाय जायेल हेते।
काहाकाय आमरो दुख जो थोड़ीक वार ने केरता हे, आमरे केरता जुलूम मोहत्वान केरता हे, एने आमरी जेलेमक्यो बोड़ाय ली आवीह।
काहाकाय जीवाय ज्यी काय हे? मार केरता जीवाय मसी हे। एने मोत मार केरता फायदो हे।
काहाकाय सेरीरान मेहनेत कोम फायदान हे, पुण बोक्ती केरने आखी वातुन केरता फायदो हे, काहाकाय ताह एवीन एने आवता जीवणान बाराम वायदो जुड़ेल हे।
केदी आपणी फाय खाणेन केरता रूटो एने पेरनेन केरता फाड़का एय, ते ज्यास पोर खुस रेणे जुवे।
तुमरो सोबाव बिगेर लालुस वालो रेणे जुवे, एने जो तुमू फाय हे तास केरीन हुकेह जीवो; काहाकाय तो सोतास कियेल हे, “मी तुवाह केदी नाय सोडु, एने केदी नाय त्यागु।”