3 जीहे काय वचन किथे काय तुमू आपाप जाण जायेल हेते काय मालीक कोलोक हाजो हे।
3 काहाकाय तुमूह प्रभुन क्रुपेनवजेसे होवाद चाक्खो हि.
पुण जेवी आपणो सुटकारो आपणार बोगवानान गीण एने माणहा माय तान मोंग आवो,