2 कि मोखा बड़ो दुख हैं, अर मोरो मन सदा दु: ख रह हैं,
2 कि मोके बड़े दुक आसे, आउर मोचो मन सदा दुकते रऊ आय,
अरे भई हुन, मोरो मन कि लोभ अर उनका लाने परमेस्वर से मोरी विनती हैं कि वी उध्दार पाहे।
मी मसी म सच कहूँ हैं, मी झूठ नी कह रयो मोरो विवेक भी सुध्द आत्मा मी गवाही दे हे।
काहेकि मी यहाँ तक चाह रयो, कि अपनो भई हुन ख लाने जे सरीर ख भाव से मोरो कुटुम हैं, खुद ही मसी से बद्दुवा हो जाव हैं।
काहेकि बेजा सी असी चाल चल हैं, जेकी चर्चा मी न तुम से बार बार करी हैं, अर अब भी रो ख कहूँ हैं कि वी अपनी चाल चलन से मसी को सूली कि बैरी हैं।
मी अपना दो गवाह हुन ख यू कह देऊगो कि पट्टा ओढ़ ख एक हजार दो सव साठ दिन लक भविस्यवानी करेगों।