काहे की उन न एक दिन रोखयो हैं, जो म एक इंसान को व्दारा धर्म से दुनिया को न्याय करे, जो ख उन न रोखयो हैं, अर उन म से मरिया हुआ म से जिलाकर ख यह बोली सब पर साबित कर दियो हैं।
कभी नी भलो ही हर एक व्यक्ति झूठो निकल जाहे, पर परमेस्वर सच्चो लिखो होए; जसो कि सुध्द सास्र म लिखो हैं तोरो वचन तोखा धार्मिकता ठहरायो हैं; जब तोरो न्यायीपन होय हैं ते तू जीत मिले हैं।