16 आपस म सुध्द चुमा से नमस्कार कर। तुम ख मसी कि सारी कलीसिया हुन ख तरफ से नमस्कार।
16 आपस ने पवितर चुमा ले जुहार करा। तुमके मसीह चो सपाय कलीसियामन चो बाटले जुहार।
एकोलाने अपनी अर पुरो झुंड की निगरानी करो जेमा सुध्द आत्मा न तुम ख अध्यक्छ ठहरायो हैं, कि तुम परमेस्वर की कलीसिया का रखवाली करे, जे ख ओ न अपनो खून से मोल लियो हैं।
तब वी सब रोया अर पोलुस को गला ख चुम्मा लेन लग्या
सब भई हुन तुम ख नमस्कार: सुध्द चमा लेन से आपस म नमस्कार कर,
एक दुसरा ख सुध्द से नमस्कार कर।
सब भई बंद हुन ख प्रेम को सुध्द चुम्मा से सम्मान करनु।
प्रेम को चुमा से एक दुसरा ख नमस्कार कर। तुम सब ख, जो मसी म हो, सान्ति मिलती रह।