एकोलाने अरे भई हुन, क करनु चाहिए अऊर बाई हुन क करनु चाहिए, जब तुम संगित अऊर इकट्ठा होय? ते कोई भजन सुनना हैं ते कोई सिखा वा हैं, ते कोई अपनो पर प्ररगट करियो हुयो सच बोल हैं, ते कोई दूसरी भासा म बोल हैं अऊर कोई ओकी अर्थ बताया हैं। अऊर यू सब आत्मिक सुधार को लाने होनो चाहिए।
तुम ख अभी तक समझ रयो होए कि हम तुमारो सामने प्रत्युतर दे रयो हैं। हम ते परमेस्वर ख उपस्थित मालूम हो ख मसी म कह हैं, अऊर अरे प्यारो भई हुन, सब बात हुन तुमारी सुधार ही का लाने बोल हैं।