ऐकोबाद मीना देख्यो कि जो सिंहासन पा बठो हतो, मीना ओको जेवनो हात म एक लपटी वाली किताब देखी जो भीतर बहार दोई तरफ लिखी हती, अर ओखा सात मुहर लगा ख बन्द कर दी गई रहा।
वी यू नयो गीत गान लग गया, “तू या किताब को लेन, अऊर ऐकी मुहर हुन खोलन को योग हैं; काहेकि तुना वध होका अपनो खून से हर एक कुल, अर भासा अर इंसान हुन अऊर जात हुन म से परमेस्वर को लाने अदमी हुन का मोल लियो हैं,
जब ओ ना तीसरी मुहर खोली, ते मीना तीसरो जीव ख यू कहते सुनियो, कि “आ!” मीना नजर घुमायो, अऊर देखियो, एक कारो घोड़ा हैं, अर ओपर बठियो वालो को हात म एक किलो तकड़ी हैं;