उ सिंहासन को चारी तरफ चोबीस सिंहासन हैं; अर यी सिंहासन हुन पा चोबीस पुराना सियाना सुरता सुपेत कपड़ा पहिन ख बठिया हैं, अर उनकी मुंडी पर सोना का मुकुट हैं।
अर उ सिंहासन को जोने मानलेव बिल्लोउर को समान काँच को सो समुंदर हैं। “सिंहासन को बीच म अर सिंहासन को चारी तरफ चार जीव हैं,” जिनको आगु पिछु आँख ही आँख हैं।
तब मीना उ सिंहासन अर चारी जीव हुन अर वी सियाना को बीच म, मानलेव एक बली चडायो वालो मेम्ना या पिल्ला देखो। ओकी सात सींग अऊर सात आँखी हती; यी परमेस्वर की साती आत्मा हुन आय जो पुरी दुनिया पर भेजी गई हैं।
जब ओ न किताब ले लियो, ते वी चारी जीव अर चोबीस सियाना हुन उ मेम्ना को जोने गिड पडिया। ओमा से हर एक को हात म वीणा अऊर धूप, जो सुध्द अदमी हुन कि बिनती हुन हैं, बिनती से भरिया वाला सोना का कटोरा हुन हता।