ते ओखा परमेस्वर को परकोप कि नीरा मदिरा पिलायो जाहे, जो ओको घुस्सा को कटोरा म ड़ाली गई हैं पीएगो। अर सुध्द स्वर्ग दूत हुन को जोने अर मेम्ना को जोने आगी अर गन्धक की पीड़ा भोगेगो।
उ जानवर, अर ओको संग उ झूटा भविस्यवक्ता पकड़ा गयो जेना उनको जोने असा चिन्ह दिखायो रहा जोको दुवारा ओ ना उनका भरमायो जिन पा उ जानवर की छाप हती अर जो ओकी मूर्ति की पूजा करत रहा। यी जिन्दा ही वी आग की झील म, जो गन्धक से जला हैं, डाल्या गया।
समुंदर न वी मरीया वाला ख जो ओमा हता दे दियो, अर माऊत अर अधोलोक न वी मरीया वाला ख जो उनमा हता दे दियो; अर उनमा से हर एक ख काम हुन को अनुसार उनको न्याय करो गयो,
धन्य अर सुध्द उ हैं जो यू पहिलो जी उठनो को भागीदार हैं। असा पर दुसरी माऊत को कोई भी अधिकार नी हाय, पर वी परमेस्वर अर मसी ख याजक हुन होए अर ओको संग हजार साल लक राज्य करेगों।
पर डरनवाला, अर अविस्वासी हुन अर घिनोना हुन, अर हत्यारा हुन अर व्यभिचारी हुन, अर टोना, अर मूरती पूजा करन वाला, अर सब झुटा हुन को भाग वा झील म मिलेगो जो आग अर गन्धक से जलते रहवा हैं: या दुसरी माऊत आय।
मीना नजर घुमई, अऊर देखनो एक पिरो सो घोड़ा हैं; अर जो ओपर सवार हैं ओको नाम माऊत हैं, अर अधोलोक ओको पीछु पीछु हैं; अर उनका जमीन कि एक चऊथाई पर असो हक दियो गयो हैं कि तलवार, अर अकाल, अर मरी, अर पृथ्वी का जंगल ख जानवर हुन को दुवारा इंसान हुन ख मार ड़ाले।