2 हफ्ता को पहलो दिन बड़ी सुबेरे ख, जब दिन नीकलयो ही हतो, वी मरघट म अई,
2 सपता चो पईल दिने बड़े बिहाने जिदलदाय बेर निकरून ची रली, हुनमन कबर ने ईला,
छुट्टी को दिन को बाद हफ्ता को पहिलो दिन भुनसारो होती ही मरियम मगदलीनी अर दुसरी मरियम सामधी ख देखन आई।
जब आराम करन को दिन बीत गयो ते, मरियम मगदलीनी, अर याकूब कि माय मरियम, अर सलोमी न अच्छो मेहकन वालो इतर मोल लेखा आया कि आ ख ओपर मलें।
अर एक दुसरी से असी बोलत रह, “हमारो लाने मरघट को दरवाजा से अन्दर जान को लाने पत्थर कोन बगल करे?”
पर हफ्ता को पहलो दिन बड़ो सबेरो का नी उन खुसबूदार समान हुन का जे उन्होना तैयार कियो हतो लेय ख कब्रर पर आयो।
हफ्ता को पहिलो दिन मरियम मगदलीनी सुबेरे ख अंधेरा रहते ही मरघट म आई, अर पत्थर का मरघट से हटीयो देखो।