पर वी यरूसलेम ख आया, अर उ मन्दिर म गयो; अर वहाँ पर जे लेनो देनो करत रह, उनका बाहर निकालन लग गयो; अर सबसे बड़ा सासन करन वाला को पिढ़ा अर कबूतर बेचन वाला कि चऊकी हुन ख उलट दियो,
अर सिखाया का उन से कय्हो, “का यू नी लिखो हैं कि मोरो घर परमेस्वर को अऊर सब देस का लोग हुन को लाने बिनती (प्रार्थना करन) करन को घर कहलाहे? पर तुम न येका ड़ाकू हुन को घर बना दियो।”