या बात पर अदमी हुन ख अचम्भो (हुओ), अर वी आपस म बात कर ख कहन लगियो, “यु कसो सब्द (वचन) हैं? काहेकि वी अधिकार अर सामर्थ्य ख संग बुरी आत्मा ख आग्या देहु हैं अर वी निकल जय हैं।”
पर हम नी लज्जा बस ख छिपाव काम हुन ख छोड़ दियो, अऊर नी हुसयार से चलह, अऊर न परमेस्वर को वचन म गड़बड़ी करिये हैं; पर सच्चो ख प्ररगट कर ख, परमेस्वर को सामने हर एक लोग को समझ म अपनी भलाई बैठ हैं।
काहेकि हमरो सुसमाचार तुमारो जोने न सिर्फ बोलनो भर से ही नी पर सामर्थ्य, सुध्द आत्मा म, अर बड़ो भरोसा को संग पहुँचो हैं; जसो तुम जाना हैं कि हम तुमारो लाने तुमरो बीच म कसा बन गया हता।