हर बखत दूसरा हुन से अपनो लाने जसा व्यवहार करनो चाहत हैं, तुम भी उनको लाने वसो ही व्यवहार कियो कर; काहेकि नेम धरम म अऊर भविस्यवक्ता हुन कि ऊईच ग्यान हैं।
जक्कई न खड़ा होकर प्रभु से कय्हो, “हे प्रभु, देख, मी अपनो आधी धन-दऊलत बिखारी का देत हूँ अर यदि कोई को कुछ भी अन्याय कर ख ले लियो हैं ते ओ ख चार गुना पास करूँ हैं।”
काहे कि हम गवाही हुन की असी इत्ती बडी भीड़ से घिरया हैं, जो हम ख भरोसा को मतलब का होव हैं ऐकी गवही देवा हैं ऐको लाने आओ रोड़ा बनन वाली हर एक चिज ख अऊर उ पाप ख जो सहज ही हम ख उलझा देवा हैं झटक ख फेके अऊर वा दऊड जेय म हम ख दऊडनू हैं, आओ धीरज को संग म ओ ख उखाड़ ख फेके आओ ओ ख धीरज को संग म दऊडे,