7 तब अखमारी रोटी को तिहार को दिन आयो, जे म फसह को बलिदान चडानो (मेम्ना) आवस्यक हतो।
7 तेबे अखमीरी रोटी चो परब चो दिन ईली, जोन थाने फसह चो मेमना पुजतोर जरूरी रये।
अखमीरी रोटी को तिहार जे फसह कहलावा हैं नजीक हतो,
ओ न मान लियो, अर अवसर (बखत) ढूँढ़न लगियो कि जब भीड़ हुन नी हो ते ओके हात पकड़वा देवा।
पूरानो खमीर रोटी निकाल ख अपनो तुम ख सुध्द कर कि नयो गूँधो हुयो आटा बना जाय; काहे कि तुम अखमीरी आय काहेकि हमारो भी फसह जो मसी हैं, जो बलिदान हुयो हैं।