पर इंसान को पोरिया ख चिन्ह आकास म दिखियो देगो, अर तब धरती ख सब गोत हुन को अदमी छाती पीटेगो; अर अदमी को पोरिया ख बड़ी सक्ति अर महिमा को संग आकास ख बदल हुन पर आते देखे।
यीसु न ओ से कय्हो, “तु न तुम ही कह दियो; पर मी तुम से यू भी कहू हैं कि अब से तुम इंसान को पोरिया ख सर्व सक्ति को दाहिनी ओर बैठे, अर आकास ख बादल हुन पर आते देखे।”
देखनु, उइच बददल हुन म आन वालो हैं, सब झन उनका देखेगो जिन्ना ओखा भेदो वी भी ओखा देखेगो, अर दुनिया का पुरा गोत ओको कारन छाती पीटेगो। यू हकीगत हैं हाँ आमीन!
मीना देख्यो कि एक उजरो बददल दिखई दे रयो हैं।, अऊर उ बददल पा इंसान को पोरिया सरीको कोई बठियो हैं। जेकी मुंडी पा सोना को मुकुट हैं अऊर हात म एक चोक्खी पजी वाली दराती हैं।