42 दाऊद तुम ही भजन संहिता का किताब म कहत हैं: प्रभु न मोरो प्रभु से कय्हो, मोरो दाहिनी बैठ,
42 दाऊद खुद भजन चो किताब ने बले से: ‘परबु मोचो परबु ले बल्लो,
अऊर जब तक कि मी तोरो बैरी हुन का तोरो पाय हुन ख निचू नी कर देहु।
फिर ओ न उनसे कय्हो, “यू मोरी वी बात हैं, जे मी न तुम्हारो संग रहत हुए तुम लोग हुन कही हती कि आवस्य हैं कि जितनी बात मूसा की नेम की किताब अर भविस्यवक्ता हुन अर भजन हुन की किताब म मोरो विसय म लिखो हैं, सब पूरो होए।”
काहेकि की भजन संहिता कि किताब म लिखो हैं, ओको घर उजड़ जाएगो, अर ओमा कोई नी रहन का अर असो ही लिखो गयो हैं ओकी की जगह कोई भी दुसरो ले लेय।
काहेकि जब तक उ अपनो दुसमन हुन क अपनो पाय हुन का नीच नी ले आऊ तब तक ओ ख राज करनु जरूरी हैं।
परमेस्वर न कभी कोई स्वर्ग दूत हुन से असो नी कहयो, “तू मोरो जेवनो तरफ बठ, जब लक कि मी तोरा दुसमन ख तोरा पाय को नीचे की पीढ़ी नी कर दूँ?”
ते जसो सुध्द आत्मा कवह हैं, “अदि आज तुम ओको सब्द सुने,