6 ओखा वहाँ रहतो ओके जनन के दिन पूरो हुओ,
6 हुनमन चो हुता रऊ-रऊ हुनचो जचकी चो दिन पुरा होली,
तब इलीसिबा को पोरिया-पारी पैदा करन को बखत पुरो भयो, अर ओ ना पोरिया का जनम दियो।
की अपन होवन वाली घरवाली (मंगेतर) मरियम का संग जे पेट से हती नाम लिखवायो।
अर वा अपनो बड़ो पोरिया जनी, अर ओखा कपड़ा म लपेट ख बईल का कोठा म रखी; काहेकि ओको लाने सराय म जगह नी हती।