6 वी असी बात को कुछ जवाब देनू को उनको ओकात नी होतो।
6 हुनमन ऐ गोठमन चो काई जबाप नी देऊक सकला।
ऐको जवाब म कोई भी एक बात नी बोल सको। उ दिन से कोई ख भी फिर ओसे कई भी पूछन को हिम्मत नी भयो।
जब यीसु ख इन सब्द हुन से उन ख सब विरोध लज्जित हो गया; लेकिन पूरी जनता उनको सामने बड़ाईमय काम हुन ख देख ख खुसी भई।
वी अदमी हुन को इत्ते ओकात नी हते कि ओके बात को जवाब दे सका। तब ओके उत्तर से अचम्भा होकर चुप रह गयो।
अर उनन फिर ओसे कुछ अर पूछन को हिम्मत नी भयो।
काहेकि मी तुमका बोल अर असो बुध्दि दूँगो कि तुम्हारो सब दुसमन सामनो या खण्डन नी कर सकेगो।
पर उ आत्मा जेसे बात वी करता हतो, अर ओको ग्यान को आगो नी टिक पाहे।