ते मसी को खून जे न अपनो तुम ख अनन्त आत्मा को दुवारा परमेस्वर को सामने बेकसूर चढ़ायो, तुमारो विवेक को मरो हुओ कामो से काहे नी सुध्द करेगों ताकि तुम जिन्दा परमेस्वर की सेवा करो।
जो दुख तोखा भोगनु होये, उन से मत डरा। काहेकि देखनो, भूत तुम म से कोई ख जेल खाना म ड़ालन पर हैं ताकि तुम ख परखो जाय; अर तुम ख दस रोज तक दुख उठानो पढे। जान नीकलन तक भरोसा करजो, ते मी तोखा जीवन को मुकुट देऊगो।