एक बाई न जे को बारा वर्स से खून बहिन का जुड़ हतो, अर जो अपन सारी जिन्दगी की कमाई अपनी ओकात ख अनुसार वैघ हुन का पिछे पिछे खर्च कर चुकी हती, तोभी कोई का हात से चंगी नी हो सकी हती,
जब वी रहन वाला हुन न साँप ख ओको हात पर गुमंडियो हुयो देखो, ते एक दुसरा से कहन लग्या “सही म यू अदमी हत्यारो हैं कि जसो समुंदर से बच गयो, ते मी न्याय न जिन्दो रहन नी दियो।”