10 प्रभु को सामने दीन बनो। उ तुम ख ऊँचो उठायेगो।
10 परबु चो पुरे सोज बना तेबे हुन तुमके शिरोमणि बनायेदे।
जो कोई अपनो खुद ख बड़ो बनाहे उ छोटो करियो जाहे; अर जे कोई अपनो तुम ख छोटो बनाहे, उ बड़ो कियो जाहे।
ओ ना बलसाली ख उनको सिंहासन हुन से गिरा दियो; अर गरीब लचार ख ऊँचो करयो।
काहेकि जे कोई अपनो तुम ख बड़ो बनाएगो, ओको छोटो करो जाहेगो; अर जे कोई अपनो तुम छोटो बनाहे, ओको बड़ो करो जाहेगो।
मी तोसे कहूँ हूँ कि उ दुसरो नी, परन्तु यू ही अदमी धर्मी ठहरायो जा ख अपनो घर गयो; काहेकि जे कोई अपनो तुम का बड़ो बनाएगो, उ छोटो कियो जाएगो; अर जे अपनो तुम ख छोटो बनाएगो, उ बड़ो कियो जाएगो।”
एकोलाने परमेस्वर को ताकत वार हात का नीच नम्रता से रह, जे से उ तुम ख उचित बखत पर उचो करिये।