9 पर अदि तुम तरफ दारी करह हैं ते पाप करह हैं; अर नेम तुम ख दुराचार ठहरावा हैं।
9 मान्तर अगर तुमी भेद-भाव करू आस तो पाप करू आस; आउर नियम तुमके अपराधी ठेबाऊ आय।
जब उ आएँगो, ते आका दुनिया ख पाप अर धार्मिकता अर न्याय को बारे म संसार ख निरुत्तर करेगों।
तुम म से कोन मोपर पाप को आरोप लगा सका हैं? अदि मी सच कहूँ हैं, ते तुम मोरो भरोसा काहे नी करा?
पर वी यू सुन ख बड़ा से लेका छोटा लक, एक-एक कर ख निकल गया, सिरप यीसु अऊर वा ओरत, जो ओको सामने खड़ी हती रैय गई।
तब पतरस न कय्हो, “अब मो ख भरोसा भयो कि परमेस्वर कोई को संग पक्छ नी करा,”
काहेकि नेम को काम हुन से कोई सरीर ओखा सामने धर्मी नी ठहरे, एकोलाने कि नेम ख अऊर पाप हुन ख पहिचान होऐ हैं।
अऊर अदि सब भविस्यव्दानी करन लग लगिया, अर कोई विस्वास नी कर वाला हुन अऊर बाहर वालो अदमी भीतर आ जाहे, ते सब ओ ख पाप करे दे अर परख ले हे;
मी तो नेम को व्दारा नेम को लाने मर गयो कि परमेस्वर को लाने जीऊँ या जिन्दो होऊ।
जे कोई पाप करिया हैं, उ नेम को खिलाप करिया हैं; अर पाप ते नेम को खिलाप हैं।
कि सब लोग हुन को न्याय करहे, अर सब भक्तिहीन को उन को अभक्ति को पुरो काम हुन को बारे म जे उन न भक्तिहीन हो ख कियो हैं, अऊर उ सब कठिन बात को बारे म जे भक्तिहीन पापी हुन न ओको विरोध म कही हैं, आरोपी ठहराए।”