कुछ इंसान हुन पत्थर से मारो गयो, अऊर कई ख ते आरा से चिरया अर कई ख तरवार से माऊत को घात उतार दियो। अर कई इंसान सताव अऊर दुख झेलन को लाने भेड़ अऊर बकरी हुन की खाल ओढ़ ख इते उते भटकते फिरते रया।
हे मोरा प्यारो भई हुन, सुनो का परमेस्वर न या दुनिया को गरीब ख नी चुनियो। कि भरोसा म धनी अर उ राज को मुखिया हो, जेको वादा ओ न ओसे करी हैं, जे ओसे प्यार रखह हैं?