6 घर की बलि अर पाप-बलि से तू खुस नी भयो।
6 होमबलिमन आउर पाप पुजामन ले तुय हरिक नी होलीस।
अऊर देखनो, स्वर्ग से असी आवाज सुनाई दी, “यू मोरो सबसे अच्छो पोरिया आय, जसो मी बेजा खुस हैं।”
अऊर प्रेम म चलो जसो मसी न भी तुम से प्रेम करो, अऊर हमरो लाने अपनो तुम ख सुखदेन वालो सुगन्ध को लाने परमेस्वर को सामने भेंट कर ख बलिदान कर दियो।
मोरो नजीक सब कुछ हैं, याने बेजा हुन से भी हैं; जो चीज हुन तुम न इपफ्रुदीतुस का हात से भेजी हती उन ख पा ख मी भरपूर हो गयो हैं, उ ते सुखदायक, सुगन्ध स्वीकार करन योग्य बलिदान हैं, जो परमेस्वर ख भाव हैं।
काहे कि यू अनहोनी हैं कि बईल अर बकरा हुन को खून पाप ख दुर करहे असो सम्भव नी हैं।