अऊर यीसु न कहयो दियो, व्यवस्थापक ख सिक्छाक धितकार हैं तुम इंसान हुन पर असो बोझ लादते हैं। जिन ख ढोना कठिन हैं, पर तुम उन ख उठान का लाने अपनी एक उँगली भी नी लगा।
जो अदमी नेम का बस नी हैं, उन ख हासिल करन को लाने मी उनको जसो बिन व्यवस्था को पापी बनीयो, फिर भी मसी की व्यवस्था को बस म होन को वजेसे मी हकीगत म परमेस्वर की व्यवस्था से आजाद नी भयो हैं।
अरे भैय्या हुन अर बहिन हुन, हम तुम से विनती करा हैं कि तुम आलसी हुन ख समझाते रहनू, काम चोर हुन ख हिम्मत देव, कमजोर हुन ख समालो, अऊर सब को संग मेल जोल को व्यवहार करो।
उ अपना तुम ख ही हमारा पाप हुन ख अपनी सरीर पर लाने हुए सूली पर चढ़ गयो, जेना हम ख पाप हुन का लाने मर ख धार्मिकता को लाने जिन्दगी बताए: ओखा ही मार खाना से तुम चोक्खो भयो।
कि तुम उन ख बात हुन ख जो सुध्द भविस्य द्वक्ता हुन न पहलो से कही हैं, अर प्रभु अऊर उध्दार देन वालो वा असो आदेस ख याद कर जो तुमारो प्रेरित को व्दारा दी गई हती।