“अदि तुम कोई झाड़ ख अच्छो माना हैं”, ते ओको फल ख भी अच्छो मानो, अऊर अदि झाड़ ख बुरो माना हैं, ते ओको फल ख भी बुरो मानो; काहेकि, “झाड़ तो अपनो फल से ही पहिचानो जाय हैं”।
तुम न मोखा नी चुनियो पर मी न तुमका चुनो हैं अर तुमका ठहरायो कि तुम जाका फल लाव अर तुमरो फल बनो रहे, कि तुम मोरो नाम से जे कुछ परमेस्वर बाप से माँगे, उ तुमका दे।
मी सही फर फरन वाली डगियान आय: अर तुम ओकी ड़ाली हुन आय। जो मोरो संग म बनिया रहवा हैं अर मी ओमा, उ ढ़ेर सारो फर फरा हैं, काहेकि मोसे अलग होका तुम कुछ भी नी कर सका।
अरे मोरो भई हुन जहाँ तक तुम ख बारा, मी खुद विस्य कोच हैं अर विस्वास हैं कि तुम खुद ही भलाई अर समझो जानो से परिपूर्ण हो ख अर पूरी समझ से एक दुसरा ख सलाह दे सक।
अरे भई हुन, हमारो प्रभु यीसु मसी को अर सुध्द आत्मा का प्रेम को याद दे ख म तुम से विनती करू हैं, कि मोरो लाने परमेस्वर से प्रार्थना करन म मोरो संग मिल ख लोलीन रय्हो
वसो ही अरे मोरो भई हुन, तुम भी मसी को सरीर को दुवारा नेम हुन ख लाने मरे हुयो बन गयो, कि उ दूसरो को हो जा, जो मरे हुयो म से जिन्दो भयो: काहेकि हम परमेस्वर का लाने फल लाएँ हे।
हे भैय्या हुन अर बहिन, तुम स्वतरत होन ख लाने बुलायो गया हैं; पर असो नी होय की या स्वतंतरता सारीरिक काम हुन को लाने काम कि चीज बने, वरन प्रेम से एक दुसरा को लाने गुलाम बनो।
मी न सिलवानुस को हात, जेना मी विस्वास योग्य भई समझू हैं, छोटो सा म लिख ख तुम ख समझायो हैं, अर यू गवाही दी हैं कि परमेस्वर को सच्चो दया यही आय, यू म खड़ो रहो।