काहेकि जो काम नेम से सरीर का लाने कमजोर होकर नी कर सक, ओ ख परमेस्वर नी कियो, असो कि अपनो ही पोरिया ख पाप मय को जिन्दगी ख समान म अर पापबलि होन का लाने भेज ख, जिन्दगी म पाप पर सजा कि आग्या दियो।
हे भैय्या हुन अर बहिन, तुम स्वतरत होन ख लाने बुलायो गया हैं; पर असो नी होय की या स्वतंतरता सारीरिक काम हुन को लाने काम कि चीज बने, वरन प्रेम से एक दुसरा को लाने गुलाम बनो।
काहेकि जो अपनो सरीर को लाने बोवा हैं वई सरीर को व्दारा नास होन वाली कटनी काटेगो; अर जे आत्मा को लाने बोवा हैं, उ आत्मा को व्दारा अनन्त जीवन कि कटनी काटेगो।
काहेकि पहिले हम भी बेग्यानी, अर कहेना नी मानन वाला, अर गलत फैयमी म पड़िया अर कई तरीका कि मन की मरजी हुन अर सुख सान्ति की गुलामी म हता अर बैरभाव, अर गुस्सा करनो म जीवन बितात रह अर घिन्न करन वाला हता। अर एक दुसरा से बैर रखत रहा।
बिहाव ख सब म सम्मान कि बात समझी जाव, अर तुमारो बिहाव को बिछोना सुध्द होनो चहिए जे न कोई पाप नी करयो (निस्कलंक) निर्मल रह, काहे कि परमेस्वर छिनाला अर पराई ओरत को संग म कु करम करन वाला हुन को न्याव करेगों।
पर डरनवाला, अर अविस्वासी हुन अर घिनोना हुन, अर हत्यारा हुन अर व्यभिचारी हुन, अर टोना, अर मूरती पूजा करन वाला, अर सब झुटा हुन को भाग वा झील म मिलेगो जो आग अर गन्धक से जलते रहवा हैं: या दुसरी माऊत आय।