25 पर जब भरोसा आ गयो, ते अब अपुन गुरू को बस म नी रहन का।
25 मान्तर जिदलदाय बिश्वास ऐऊन चुकली, तेबे आमी गुरजी चो अधीन नी रलु।
अऊर तुम लोग हुन पर को पाप कोई अधिकार नी रहे। अब तुम मूसा को नेम को नी, बल्कि किरपा को बस हैं।
वसो ही अरे मोरो भई हुन, तुम भी मसी को सरीर को दुवारा नेम हुन ख लाने मरे हुयो बन गयो, कि उ दूसरो को हो जा, जो मरे हुयो म से जिन्दो भयो: काहेकि हम परमेस्वर का लाने फल लाएँ हे।
काहेकि यदि मसी म तुमारो सीखान वालो दस हजार भी हो, ते तब भी तुमारो बाप बेजा से नी; एकोलाने कि मसी यीसु म सुसमाचार ख व्दारा म तुमारो बाप हुयो हैं।
एकोलाने नेम मसी तक पहूचावन को लाने गुरू भई हैं की हम भरोसा करनु से धर्मी ठहरे।